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मार्च, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

पिता को कैसा पुत्र चाहिए |पुत्र कैसा होना चाहिए:_

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पिता को कैसा पुत्र चाहिए |पुत्र कैसा होना चाहिए:_   हर एक इंसान को आदर्श व्यक्ति पसंद आता है। ठीक उसी तरह से एक पिता को अपने पुत्र में भी एक आदर्श पुत्र नजर आता है। यदि समाज में आदर्श पुत्रों का नाम लिया जाए तो सबसे पहले श्रवण और भगवान राम का नाम ही जेहन में आता है। कैसे निश्चित किया जा सकता है, कि राम आदर्श पुत्र थे या श्रवण ? एक ने अपने पिता की सेवा करते हुए प्राण दिए और दूसरे ने अपने पिता के वचनों को पूरा किया और राज पाठ त्यागा , लेकिन दुनिया में आज भी दोनो  आम आदमियों के लिए एक आदर्श पुत्र हैं। वर्तमान की बात करें तो बच्चे अपने पैरों पर खड़े हो, बुरी आदतों से दूर हो, घर परिवार में तन मन धन से सहयोग करें । कुल रूप से देखा जाए तो समाज में उस बच्चे का नाम हो। किसी गलत गतिविधियों में उसका नाम ना हो। पिता के अरमानों को पूरा करें। ऐसा जवाब आमतौर पर सभी बच्चो के दिलों_ दिमाग में आता है। लेकिन ऐसा नहीं होता, क्योंकि पिता भी नहीं चाहता, कि उनका बच्चा एक कठपुतली की तरह घूमे ।जहां तक मेरा सोचना है। पिता केवल अपना मददगार ढूंढता है। उसे भी कोई समझने वाला हो। उसके बुढ़ा...

पिता और पुत्र के बिगड़ते रिश्ते :_

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             पिता और पुत्र के बिगड़ते रिश्ते :_  आज समाज में रहने वाला लगभग 80% लोगो को अपने परिवार से ही शिकायत होती हैं। (ये आंकड़े गलत भी हो सकते है क्योंकि इसका % ज्यादा है, इस लिए 80 का अनुमान लगा रही हूं। ) जब परिवार की बात होती है उसमें पिता _ पुत्र का संबंध है , खास होता है । रिश्तो में बिगड़ने का प्रतिशत इन दोनों (बाप_ बेटे ) में भी 80% से ज्यादा ही देखने को मिलता है।    कारण की बात करे तो दोनो एक  दूसरे को दोषारोपण करते हुए मिलेंगे। इसमें कुछ बातें तो साधारण होती हैं, और कुछ असाधारण  भी हो जाती हैं। पहले कारण पर ध्यान देगे :_ 1:__ जनरेशन गैप  :_ जी हां दोनों में जनरेशन गैप के कारण कुछ बदलाव तो जरूर होते हैं, और यह कारण सबसे बड़ा कारण हो सकता है। हर घर में पिता को अपने पिता से और बेटे को अपने बेटे से शिकायत जेनरेशन गैप के कारण ही बन जाती है । पिता को अपने पिता की सारी बातें इसलिए गलत लगती हैं, क्योंकि वह बहुत पुरानी बातें हैं ,और बेटे को अपने ही बेटे की बात गलत है लगती है, क्योंकि  वह अत्यधिक आधुन...

रिश्तों को वक्त कैसे दें। मजबूत रिश्ते कैसे बनाए

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                 रिश्तों को वक्त कैसे दे | हेलो दोस्तों! आज रिश्तों पर एक और चर्चा करेंगे। शीर्षक है "रिश्तो को वक्त दें" । चलिए शुरू करते हैं। ये सच हैं कि वक्त किसी के लिए नहीं रुकता हैं।ये हम सब के सामने से मुट्ठी की रेत की तरह से निकल जाता  हैं। हम सब अपनी_ अपनी जिंदगी को जीने उसकी जरूरतों को पूरा करने में कुछ इस तरह व्यस्त होते हैं , कि आप अपने शौक,  इच्छा, दोस्तो,  परिवार, यहां तक कि रिस्तो को निभाने  के लिए भीं लोगों के पास वक्त नहीं  होता हैं। देखा जाए तो समाज में ज्यादा से ज्यादा दूरियां भी इसी कारण से हो रहीं हैं। मां को समय नहीं हैं ,कि वो अपने बच्चे के पास बैठ कर दो_ चार बात कर सकें। उसके साथ खेल सकें। पति को समय नहीं हैं, कि वो अपनी पत्नी के पास कुछ सुनहरे पलों को यादगार बनाएं।  आप को क्या लगता हैं, कि इसका समाधान आसान हैं? समाधान जानने के लिएं पहले  हमे कारण को जान लेना चाहिएं।  1:  पैसे की होड़ :_ हम अपने रिश्तों को टाइम  नहीं दे पाते उसका मुख्य कारण...

रिश्तेदारों द्वारा धोखा| रिश्तेदार धोखा क्यों देते हैं

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रिश्तेदारो द्वारा धोखा |रिश्तेदार धोखा क्यों देते हैं आपके परिवार के बाद आपके रिश्तेदारी सबसे अधिक नजदीकी होते हैं। और रिश्तेदार अच्छे हुए तो जीवन की कम से कम 60% समस्याएं कम हो जाती है वही इसके विपरीत रिश्तेदार खराब है तो यह समझ लीजिए कि पूरा जीवन ही बर्बाद हो जाता है फिर आप उसे कितना भी सही करने की कोशिश क्यों ना करें रिश्तो में दरार बढ़ती ही  जाती है।                 रिश्तेदार धोखा क्यों देते हैं?:_   रिश्तेदारों से धोखा लगभग सभी लोग पाते हैं। वह ऐसा क्यों करते है ? इसकी कोई निश्चित रूप रेखा नहीं होती। 1:  प्रॉपर्टी:_ सबसे पहला कारण तो प्रॉपर्टी ही नजर आती है।हर आदमी अपनी प्रॉपर्टी बढ़ाने में लगा रहता है। यदि यह धोखा देके मिलती है तो  भी लोग इसको करने में डरते भी नहीं हैं। 2:_लालच :_लालच तो अच्छे अच्छों को धोखा दे देता है तो रिश्तेदार कौन सी बड़ी चीज है । लालच ! 3:_ ईर्ष्या_  एक दूसरे को देख कर ईर्ष्या तो लाज़िम हो जाती हैं।   बच्चो का अच्छा केरियर हो या आप की बड़ी गाड़ी हो ऐसी बहुत सी बातें होती है जिससे लोग ...