पिता और पुत्र के बिगड़ते रिश्ते :_

             पिता और पुत्र के बिगड़ते रिश्ते :_
 आज समाज में रहने वाला लगभग 80% लोगो को अपने परिवार से ही शिकायत होती हैं। (ये आंकड़े गलत भी हो सकते है क्योंकि इसका % ज्यादा है, इस लिए 80 का अनुमान लगा रही हूं। ) जब परिवार की बात होती है उसमें पिता _ पुत्र का संबंध है , खास होता है । रिश्तो में बिगड़ने का प्रतिशत इन दोनों (बाप_ बेटे ) में भी 80% से ज्यादा ही देखने को मिलता है। 
  कारण की बात करे तो दोनो एक  दूसरे को दोषारोपण करते हुए मिलेंगे। इसमें कुछ बातें तो साधारण होती हैं, और कुछ असाधारण  भी हो जाती हैं।
पहले कारण पर ध्यान देगे :_
1:__ जनरेशन गैप  :_ जी हां दोनों में जनरेशन गैप के कारण कुछ बदलाव तो जरूर होते हैं, और यह कारण सबसे बड़ा कारण हो सकता है। हर घर में पिता को अपने पिता से और बेटे को अपने बेटे से शिकायत जेनरेशन गैप के कारण ही बन जाती है । पिता को अपने पिता की सारी बातें इसलिए गलत लगती हैं, क्योंकि वह बहुत पुरानी बातें हैं ,और बेटे को अपने ही बेटे की बात गलत है लगती है, क्योंकि  वह अत्यधिक आधुनिक है। ऐसी परिस्थिति में दोनों का असंतुष्ट होना स्वाभाविक है।

2:_ बदलता समाज :__ इसमें तो कोई दो राय नहीं है की पिछले कुछ सालों में ही हमारा समाज बहुत तेजी से बदलता नजर आ रहा है। एक समय था, जब हमारा देश गुलाम हुआ करता था। उस समय का रहन सहन युवाओं की  मुख्य आवश्यकता कुछ और हुआ करती थी। उसके विपरीत आजादी के बाद समाज ने करवट ली और गुलामी से हटकर कुछ सरकारी नौकरियों पर पहल करने की युवाओं में पहली जरूरत बन गई। देखते ही देखते समय ने करवट ली और पूरा समाज आधुनिक हो गया टीवी ,सोशल मीडिया ,फिल्मों  और सीरीज ने हमारी जिंदगी का रुख बदल दिया ।  हम अभी यहां सभले भी नहीं थे कि  एक और नया दौर आया । जब कोरोना की मार समाज को झेलनी पड़ी। यह तो आपने भी देखा होगा कि इस बीच समाज में परिवर्तन और आधुनिकता कितनी तेजी से बढ़ गई।

3:_ पैसे की भूख  :_जीवन चलाने के लिए पैसा एक मात्र साधन है।बिना पैसे के जीवन काटना कठिन नहीं असंभव है। यह बात हंड्रेड परसेंट सही है। लेकिन कोई यह बता सकता है, कि पैसे को कितना कमाना है,और कब तक आपकी  पैसे की भूख खत्म होगी ?इसका जवाब किसी के पास नहीं है । यह बहुत बड़ा कारण है ।अपने बच्चे से पिता की दूरी बनाने में पिता का पैसे के लिए दौड़ता रहता है, और बेटे को संभालने के लिए केवल मां का पास होना और  अब तो आधुनिकता में  पति पत्नी दोनों व्यस्त होते हैं ,ऐसी स्थिति में बच्चे से दूरी संभव है। गरीब परिवारों में तो ये उनकी आवश्यकता होती है ,लेकिन अमीर घरों में पैसे की होड़ खत्म ना होने के कारण पिता-पुत्र में संबंध बिगड़ते देखे गए है।

समाधान :__ 

1:_ घर में पिता का पद बड़ा होने के कारण आप ही को यह सोचना चाहिए , कि जेनरेशन गैप को कम तो नहीं किया जा सकता है,लेकिन कुछ बदलाव तो किए जा सकते हैं कुछ आप बदलेंगे, कुछ बेटा बदलेगा, और कहीं तो जाकर आपस में आप दोनों एक होते नजर आएंगे। यह आपके बेटे को साफ नजर आएगा कि आप उसके लिए बदल रहे हैं तो वह भी आपके कुछ बातों को बदलने के लिए तैयार हो जाएगा। यह इतना भी आसान नहीं होगा । जितना कह देना होता है ।इसको भी करने में आपको बच्चे के बड़े होते होते धीरे-धीरे अपने में परिवर्तन करना पड़ता है। आप एकदम से यह काम नहीं कर पाएंगे।
2:__ घर की  परिस्थितियों को घायल करने में समाज का बहुत बड़ा हाथ होता है। आज बच्चे टीवी सीरियल ,सीरीज, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप  से ज्यादा सीखते हैं ना कि पेरेंट्स से और हम पेरेंट्स अपने धार्मिक, नैतिक, राजनैतिक, सामाजिक , तरीकों  पर चल रहे होते हैं। हमें पेटीएम करना नहीं आता, ऑनलाइन शॉपिंग करनी नहीं आती ,हमें कंप्यूटर _ लैपटॉप चलाना नहीं आता, हमें   ऑनलाइन पढ़ना_पढ़ना नहीं आता , आजकल के म्यूजिक सिस्टम चलाना नहीं आता | हमें बच्चों के साथ चलने के लिए आधुनिकता मैं कदम रखना होगा। तब हम बच्चों के साथ चल पाएंगे।
3:__ माना के पैसे की आवश्यकता अहम है लेकिन इसे कहीं तो सुनिश्चित कर लीजिए ।ऐसा ना हो की आपके पास केवल पैसा ही रह जाए । समाज, परिवार, बच्चे सब कहीं पीछे ही छूट जाएं । आपको हर समय अपने पैसे कमाने की परिस्थितियों में इसे याद रखना होगा। ऐसा इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि जब आपका बेटा आपकी उम्र का होगा और वह  भी पैसे के लिए दौड़ेगा और तब आप घर पर अकेले होंगे। तब आप के बेटे पैसे के लिए दौड़ रहे होगे, तब आपको रह रह कर याद आएगा , कि कुछ समय पहले घर पर वह आपका इंतजार कर रहा था ,और आप अपनी दौड़ में लगे थे।

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