संदेश

जून, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Zindagi Me Riste Kaise Nibhaye / ज़िन्दगी में रिश्ते कैसे निभाए ?

चित्र
Zindagi Me Riste Kaise Nibhaye / ज़िन्दगी में रिश्ते कैसे निभाए जाते है? मैं यदि अपने नजरिए की बात करूं तो मेरी नजर में जिंदगी केवल हमारी नहीं होती। हमारे आसपास रहने वाला हर व्यक्ति हमारी लाइफ का एक पार्ट होता है और रिश्ते आपके जीवन के दो पहलू होते हैं ।  " रिश्तों  के बगैर जिंदगी नहीं ।  जिंदगी  के  बगैर  रिश्ते  नहीं । रिश्तो को मजबूत बनाने के लिए क्या जरूरी हैं? 1:_विश्वास या भरोसा:_  रिश्तो को मजबूत बनाने के लिए सबसे पहले एक दूसरे पर विश्वास या भरोसा होना जरूरी है । इसके बगैर कोई भी रिश्ता ज्यादा दिन तक ठीक नहीं सकता। 2:  सम्मान :_ रिश्तो को मजबूत करने में जितना जरूरी भरोसा है उतना ही जरूरी है एक दूसरे का सम्मान है यदि सम्मान नहीं होगा तो रिश्ते में मजबूती होना नामुमकिन होता है। 3:_ परस्पर स्नेह :_ प्यार प्यार एक दूसरे के प्रति सब कुछ है बस इतने ही गया प्यार नहीं है तो भी कोई भी रिश्ता जीवन में आगे चलाना मुश्किल ही होता है। रिश्‍तों को कैसे निभाए:_    1:_एक-दूसरे पर भरोसा वा विश्‍वास बना कर:_आपकी वैवाहिक जिंदगी का पहला चरण ही एक ...

Pariwar me Riste kab our kaise khrab ho jate hain/ परिवार में रिश्ते कब और कैसे खराब हो जाते हैं?

चित्र
Pariwar me Riste kab our kaise khrab ho jate hain/ परिवार में रिश्ते कब और कैसे खराब हो जाते हैं? परिवार में बात रिश्तों और संबंधों की हो रही हो तो खराब रिश्तों की भी बात करनी जरूरी हैं। क्योंकि हर एक चीज के दो पहलू होते हैं। एक जो आप को सब कुछ अच्छा दिखता हैं और दूसरा जो दूर दूर तक आप को नहीं दिखता या यूं कहूं कि हम देखना ही नही चाहतें। ध्यान देने वाली बात यह है कि जब सब कुछ सही हो रहा होता है तब हम विफलताओं या खराब रिश्तो की बात नहीं कर पाते।लेकिन हमें रिश्तो के दोनों पहलुओं को समझना चाहिए। सबसे पहले बात यह करते हैं कि रिश्ते खराब होने के कारण क्या होते हैं?  रिश्ते पति-पत्नी के हो या भाई बहन, देवरानी जेठानी या भाई-बहन या दो बहन, दो भाई के बीच में भी हो सकते हैं यह रिश्ते जो कॉमन हैं और आगे चलकर कहीं ना कहीं खराब हो ही जाते हैं। पहले बात करते हैं,Pariwar me Riste kab our kaise khrab ho jate hain/ परिवार में रिश्ते कब और कैसे खराब हो जाते हैं? पारिवारिक रिश्ते कब खराब होते हैं कारण:_ हर एक चीज का कोई कारण होता है तभी वह खराब होते हैं या अच्छे होते हैं उसी प्रकार से रिश...

Dosto ki jarurat kyuo padati hain?/दोस्तो की जरूरत क्यों पड़ती है।

चित्र
Dosto ki jarurat kyuo padati hain?/दोस्तों की जरूरत क्यों पड़ती है। दोस्ती की जरूरत क्यों पड़ती है?  दोस्ती क्या हैं? दो लोगों के बीच स्थायी स्नेह, सम्मान और विश्वास की स्थिति को दोस्ती का नाम दिया जा सकता हैं। दोस्तों का होना उतना ही ज़रूरी है जितना एक परिवार का होना। अच्छे दोस्त हर कदम पर आप के साथ होते हैं। ये दोस्त हमारे , मार्गदर्शन और मददगार, होते हैं।दोस्त हमें विशेष महसूस कराते हैं। धन्य हैं वे, जिनके जीवन में सच्चे मित्र हैं। *सच्चा मित्र कैसा होता हैं?  सच्चे मित्र की परिभाषा दी जाए तो कह सकते हैं, कि "सच्चा मित्र वही है जो मित्र  के दुख में काम आता हो, वह मित्र के बहुत छोटे से छोटे कष्ट को भी पर्वत के सामान भारी मानकर उसकी सहायता करता है। मित्र सुख-दुख का साथी होता हैं"। #दोस्त की जरूरत क्यों पड़ती है?  *चाणक्य नीति के अनुसार " किसी भी व्यक्ति का सच्चा मित्र वही होता है जो उसके कठिन समय में उसका साथ देता है।"#दोस्त की जरूरत क्यों पड़ती है?  *दोस्त की जरूरत क्यों पड़ती है? :_ 1: कॉन्फिडेंस बढ़ाने में :_ हमारे दोस्त हमेशा ही हमारे कॉन्फिडेंस...