Dosto ki jarurat kyuo padati hain?/दोस्तो की जरूरत क्यों पड़ती है।
Dosto ki jarurat kyuo padati hain?/दोस्तों की जरूरत क्यों पड़ती है।
दोस्ती की जरूरत क्यों पड़ती है?
दोस्ती क्या हैं?
दो लोगों के बीच स्थायी स्नेह, सम्मान और विश्वास की स्थिति को दोस्ती का नाम दिया जा सकता हैं।
दोस्तों का होना उतना ही ज़रूरी है जितना एक परिवार का होना। अच्छे दोस्त हर कदम पर आप के साथ होते हैं। ये दोस्त हमारे , मार्गदर्शन और मददगार, होते हैं।दोस्त हमें विशेष महसूस कराते हैं। धन्य हैं वे, जिनके जीवन में सच्चे मित्र हैं।
*सच्चा मित्र कैसा होता हैं?
सच्चे मित्र की परिभाषा दी जाए तो कह सकते हैं, कि "सच्चा मित्र वही है जो मित्र के दुख में काम आता हो, वह मित्र के बहुत छोटे से छोटे कष्ट को भी पर्वत के सामान भारी मानकर उसकी सहायता करता है। मित्र सुख-दुख का साथी होता हैं"। #दोस्त की जरूरत क्यों पड़ती है?
*चाणक्य नीति के अनुसार " किसी भी व्यक्ति का सच्चा मित्र वही होता है जो उसके कठिन समय में उसका साथ देता है।"#दोस्त की जरूरत क्यों पड़ती है?
*दोस्त की जरूरत क्यों पड़ती है? :_
1: कॉन्फिडेंस बढ़ाने में :_ हमारे दोस्त हमेशा ही हमारे कॉन्फिडेंस को बढ़ाते हैं। तुम कर सकते हो, तुम्हें यह करने की शक्ति रखते हो, यह काम मेरे से बेहतर तुम कर सकते हो। ऐसे मोटिवेशनल शब्द केवल दोस्तों के पास से ही मिलते हैं।जिससे हमारे अंदर कॉन्फिडेंस अपने आप जाग उठता है।ये हमारी पूरी मदद करते हैं हमारे काम की सराहना करते हैं, जिससे हम अपने आप ही मोटिवेट हो जाते हैं और हमारे अंदर कॉन्फिडेंस जागने लगता है, लेकिन यह तभी होता है जब हमारा दोस्त एक सच्चा दोस्त होता है तब।
2:_अच्छी आदतों को विकसित का फायदा :_
अच्छे दोस्त अच्छी आदतों को विकसित करने में फायदेमंद होते हैं,और ये दोस्त ही सच्ची दोस्ती के हकदार होते हैं।#दोस्त की जरूरत क्यों पड़ती है?आगे पढ़े...
3:_ मुसीबत को कम करने का फायदा :_
सच्चे दोस्त मुसीबत को कम करने व खत्म करने में भी मददगार होते हैं। जो आपके सगे संबंधी आपकी मदद नहीं करते वहां यह दोस्त आपके बहुत काम आते हैं।
4:_तनाव कम करने का फायदा :_आपके जीवन में कितनी भी परेशानी क्यों ना हो यह दोस्त आपके तनाव को छूमंतर कर देते हैं। कई बार आपने देखा होगा कि जब आप अपने दोस्तों से मिलने जाते हैं तो आपका मूड बहुत खराब होता है लेकिन कुछ समय मित्र के साथ बिताने के बाद जब आप उनसे दूर होकर अपने घर वापस होते हैं तब तक आपका दिमाग एकदम शांत हो चुका होता है।यानी जब आप किसी मुसीबत में हैं परेशान हैं चिंतित हैं तब आपको अपने दोस्त की जरूरत पड़ती है।
*क्या हमें दोस्तों की जरूरत होती है?
कहते तो हैं कि जीवन में कम से कम एक मित्र का होना जरूरी होता है जी हां,दोस्ती हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती है।दोस्त की जरूरत क्यों पड़ती है?
*दोस्तो की सबसे बड़ा गुण क्या होता हैं:_ हमारे दोस्तो की सबसे बड़ी खासियत यह हैं कि वे हमें वैसे ही स्वीकार करते हैं जैसे हम हैं। वो हमे बदलने की कोशिश नही करते हैं। यदि आप भी सच्चे दोस्त हैं तो, अपने दोस्त के गम का हिस्सा जरूर बनें। अगर वह तकलीफ में है और आपसे कुछ शेयर करता है तो आप उसे महसूस करें। सिर्फ हमदर्दी के कुछ बोलकर अपना काम खत्म न समझें।
*दोस्ती के सबसे बड़ा उदाहरण :_दोस्ती का सबसे बड़ा उदाहरण कृष्ण और अर्जुन, कृष्ण और सुदामा, श्री राम और विभीषणऔर हनुमान जी। प्रभु राम को भी मित्रों की अवशक्ता पड़ी और उन्होंने मित्र भी बनाए। आज भी जिनकी मित्रता के गुण गान गाए जाते हैं।दोस्त की जरूरत क्यों पड़ती है?
अंत में कहूंगी की इंसान छोटा हो या बड़ा सबको दोस्तो की जरूरत तो पड़ती ही हैं।दोस्ती पर न जाने कितनी फिल्में और न जाने कितने गाने बन चुके हैं।ये सच हैं कि अच्छे दोस्त भी होते हैं और बुरे दोस्त भी होते हैं।आपको दोस्त बनाने से पहले उन्हें परखने का समय नहीं मिलता हैं। सच्चे मित्र एक अच्छे भाग्य की निशानी भी हैं।
इसके विपरीत जब आपको यह महसूस हो कि उसकी राह आपसे एकदम विपरीत है। क्योंकि यह हंड्रेड परसेंट 100% सही है कि एक अच्छा मित्र आपकी जिंदगी बनाता है दूसरी तरफ गलत मित्र आपकी जिंदगी बर्बाद भी करता है। तब आप क्या करते हो? अगले लेख पर इसी पर प्रकाश डालेंगे।"हर एक दोस्त कामिना होता हैं।"
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