अभिभावक अपने बच्चों को समय क्यों नहीं देते /Abhibhavak Apne Bacchon Ko Samay Kyon Nahin Dete .
अभिभावक अपने बच्चों को समय क्यों नहीं देते /abhibhavak Apne bacchon Ko samay kyon nahin dete .
अभिभावक अपने बच्चे तो सब क्यों नहीं देते ।एक हरे भरे परिवार में जब तक बच्चे ना हो तब तक वह परिवार अधूरा समझा जाता है।इन बच्चों का जीवन पूर्ण रूप से अभिभावक पर निर्भर होता है और सब जानते हैं, कि बच्चों की छोटी से लेकर बड़ी सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए एकमात्र साधन अभिभावक होते हैं।
एक दूसरे पर इतना निर्भर होने का पता होने के बाद भी पेरेंट्स बच्चों को समय नहीं दे देते । आज हम मुख्य उन कारणों के बारे में जानेंगे कि अभिभावक अपने बच्चों को समय क्यों नहीं देते ।
पेरेंट्स घर में बच्चों को समय नहीं दे पाते उसका मुख्य कारण निम्न लिखित नजर आते हैं।
1) एकल परिवार :_ आज का समाज अधिकतर एकल परिवार में ढला हुआ है। इसमें पेरेंट्स के साथ उनके अपने बच्चे ही घर में रहते हैं। परिवार की जिम्मेदारियों को पूरा करने के कारण उनका ज्यादातर समय बाहर ही गुजरता है । इस कारण अभिभावक अपने बच्चों को उचित समय नहीं दे पाते हैं।
2) महंगाई :_ हर अभिभावक चाहता है अपने बच्चे को उच्चतम शिक्षा प्राप्त हो।उसका खर्च अधिक होने के कारण दोनो को काम करना अनिवार्य हो जाता है।इसके अतिरिक्त घर की अन्य आवश्यक आवश्यकतए भी होती हैं।इस कारण वह अपने बच्चों को वह समय नहीं दे पाते हैं, जो उन्हें देना चाहिए।
3) उज्जवल भविष्य:_ बड़े शहरों में बच्चों का उज्ज्वल भविष्य के कारण कई अभिभावक दिन रात मेहनत करते है। कई बार पति पत्नी दोनों मिलकर भी एक जॉब से परिवार नहीं चला पाते हैं। जिसके कारण उन्हें डबल ड्यूटी भी निभानी पड़ती है।इसके बाद उनके पास समय नहीं होता की वह बच्चो को समय दे सके।
4) आधुनिक गैजेटस:_बच्चों का गैजेट के प्रति प्रेम और अभिभावक का अपने सोशल मीडिया के प्रति प्रेम बच्चों के बीच दूरी का कारण बनते जा रहे हैं। महिलाएं अपने सीरियल्स और पुरुष अपने क्रिकेट,फिल्म ,नेटफ्लिक्स आदि में रिलैक्स मूड के नाम पर बिजी हो जाते हैं। इस कारण भी बच्चों को अभिभावक उचित समय नहीं दे पाते हैं।
5) पारिवारिक जिम्मेदारियां:_ सुबह से लेकर शाम तक अभिभावक मशीन जैसी ज़िंदगी में व्यस्त हैं, क्योंकि उन्हें अपनी और भी पारिवारिक जिम्मेदारियों को पूरा करना होता है। एकल परिवार के कारण उनके अपने पेरेंट्स उनके साथ नहीं रहते हैं ऐसे में उन्हें अपने पेरेंट्स का भी ध्यान रखना होता हैं। जो अब बुजुर्ग हो चुके हैं। उनकी देखभाल भी उनकी जिम्मेदारी होती है। इन सबके बीच है उन्हें समय मिलना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। जिसके कारण पर अपने बच्चों को समय नहीं दे पाते।
6)हर क्षेत्र में अव्वल लाने की होड़:_ पेरेंट्स अपने बच्चों को हर क्षेत्र में अव्वल लाने की होड़ में लगे हुए हैं। इसमें डांस, क्रिकेट, सिंगिंग, म्यूजिक और सब कुछ सिखाना चाहते है। इन सब में अधिक पैसे भी लगते हैं। बच्चे को स्कूल तक पहुंचाना और फिर एक्टिविटीज क्लास तक पहुंचाना , उसमें भी समय लगता हैं। फिर उन सब की प्रैक्टिस करवाना।इन सब के बाद पेरेंट्स के पास सांस लेने का भी समय नहीं होता है, कि वह बच्चों को समय दे सके।अभिभावक अपने बच्चों को समय क्यों नहीं देते।
अंत में कहूंगी कि "माना कि जिंदगी बहुत व्यस्त है, लेकिन अपनों को समय न दिया तो क्या किया।" यह भी काम उतना ही जरूरी है जितना अन्य काम तो जितना हो सके अपने बच्चों को समय दीजिए। आप पढ़ रहे हैं अभिभावक अपने बच्चों को समय क्यों नहीं देते /abhibhavak Apne bacchon Ko samay kyon nahin dete .
"पेरेंट्स _ बच्चों को समय कैसे दें?" इस विषय पर जल्द ही लिखुगी और आप लोगो को शेयर करूंगी।
**अन्य पोस्ट पढ़ने के लिए गूगल पर टाइप करें
👉" रिश्ते नाते विथ अपर्णा वर्मा"
💥इन्हे भी पढ़ें:_
1)# रिश्तो का कड़वा सच क्या है?/rishto ka kadva sach kya hai
2)# पेरेंट्स परेशान है कि बच्चों का एडमिशन किस कॉलेज में कराएं/ parents pareshan hai bacchon ka admission kis college mein karaen
3)# परिवार को कलर से कैसे बचाएं/Parivar ko cal se kaise bachayen
4) #भारतीय घरों में बुजुर्ग लाचार क्यों/Bhartiya gharon mein bujurg lachar kyon
Teg :
#नौकरी पेशा अभिभावकों के बच्चों के पालन पोषण में समस्याएं
#आज माता पिता और अभिभावकों के बीच का संबंध कितना बदल गया है।
#अभिभावक और बच्चों के बीच के रिश्ते कम क्यों हो रहे
#पारिवारिक दायित्वों को पूरा करते अभिभावक।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें